Breaking News
बद्रीनाथ हाईवे पर लामबगड़ के पास उफान में आया नाला, पांडुकेश्वर बैरियर पर रोका यातायात
अब नहीं लगा सकेंगे सांसद शपथ के दौरान नारे, स्पीकर ओम बिरला ने बदल डाले हैं लोकसभा के नियम
जनपदों में निजी पैथोलॉजी लैब्स की जांच करेंगे सीएमओ
असम, मणिपुर में बाढ़ का हाहाकार! भारी बारिश से 48 लोगों की मौत, हजारों लोगों का सफल रेस्क्यू
“स्वच्छता के सिपाही” पुस्तक का विधानसभा अध्यक्ष ने किया विमोचन
टीम इंडिया ने प्रधानमंत्री मोदी से की मुलाकात, अब विजय परेड में लेंगे हिस्सा 
निर्माण श्रमिकों के बच्चे भी अब बनेंगे इंजीनियर और फैशन डिजाइनर, दून में 58 व हल्द्वानी में 256 बच्चों को दी जा रही शिक्षा 
चैन की नींद सोना है तो दुरुस्त कर लें अपना खानपान, वरना परेशानी में पड़ जाएंगे
हाथरस हादसे की एफआईआर में ‘भोले बाबा’ उर्फ नारायण साकार का नाम क्यों नहीं, यहां जाने 

स्पीकर ऋतु खंडूरी के भाजपा प्रचार पर कांग्रेस ने जतायी आपत्ति

लोस चुनाव- विधानसभा अध्यक्ष खंडूडी पीठ की मर्यादा का ख्याल करें- कांग्रेस

देहरादून। एआईसीसी सदस्य व उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी द्वारा गढ़वाल संसदीय सीट पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याक्षी के चुनाव प्रचार में पार्टी की टोपी बिल्ला व झंडा लेकर चुनाव प्रचार करने पर आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष को पीठ की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए। अपने कैम्प कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से श्रीमती ऋतु खंडूरी भाजपा के चुनाव प्रचार में रोड शो में कार्यालय उद्धघाटन में व पार्टी मंचों में भाजपा की टोपी बिल्ला लगा कर प्रचार कर रहीं हैं उससे विधानसभा अध्यक्ष के पद की गरिमा को चोट पहुंच रही है।

धस्माना ने कहा कि देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तरप्रदेश जिसके विभाजन के बाद उत्तराखंड अस्तित्व में आया चाहे वहां की विधानसभा हो या उत्तराखंड की पिछली चार विधानसभा इनकी पीठ पर बैठे अध्यक्षों ने जो निष्पक्षता की स्वस्थ परंपराएं स्थापित की उनका पालन वर्तमान अध्यक्ष को भी करना चाहिए। जिसमें वे कहीं न कहीं बड़ी चूक कर रही हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि पीठ पर बैठा व्यक्ति बेशक किसी न किसी दल के टिकट पर निर्वाचित हो कर आता है किंतु सदन के अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित होने के बाद वो सभी के लिए और सब उसके लिए बराबर होते हैं व चुनाव के दौरान उससे यह अपेक्षा की जाती है कि वो एक मर्यादित तरीके से आचरण करे जिससे उसकी निष्पक्षता पर कोई प्रश्न चिन्ह न लगे। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में उनको अपेक्षा है कि विधानसभा अध्यक्ष अपनी भूल को सुधारेंगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top