नई दिल्ली। आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बड़ा फैसला लिया है। बोर्ड ने घरेलू टी20 प्रतियोगिता सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से इम्पैक्ट प्लेयर नियम को हटा दिया है। बीसीसीआई ने इसका एलान किया। हालांकि, यह नियम आईपीएल में लागू रहेगा।
बीसीसीआई ने दिया आदेश
इम्पैक्ट प्लेयर नियम को कुछ साल पहले सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी में लागू किया गया था। इसके बाद इसे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में लागू किया गया। बीसीसीआई की तरफ से राज्य संघों के लिए जारी किए गए आदेश में कहा गया- कृपया ध्यान दें कि बीसीसीआई ने मौजूदा सत्र के लिए इम्पैक्ट प्लेयर के प्रावधान को खत्म करने का फैसला किया है।
आईपीएल 2027 तक लागू रहेगा यह नियम
इम्पैक्ट प्लेयर नियम को शीर्ष घरेलू टी20 टूर्नामेंट से खत्म करने का बीसीसीआई का यह फैसला तब आया है जब उसने इस नियम को 2027 तक आईपीएल में बरकरार रखने के फैसला किया। इस नियम के कारण आईपीएल के बीते सत्र में 250 रन से अधिक के कई स्कोर बने हैं। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा सहित कई मौजूदा और पूर्व खिलाड़ियों ने इस नियम की आलोचना की है।
हिटमैन कर चुके आलोचना
रोहित ने एक पॉडकास्ट में कहा था कि इससे हरफनमौला खिलाड़ियों का विकास प्रभावित होगा। सौराष्ट्र के मुख्य कोच नीरज ओडेदरा ने बीसीसीआई के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा- यह अच्छा बदलाव है। यह आईसीसी के प्रमुख टूर्नामेंटों का हिस्सा नहीं है। ऐसे में यह उन क्रिकेटरों के लिए अच्छा होगा जो घरेलू सत्र के बाद भारत के लिए खेलना चाहते हैं।
क्या है इम्पैक्ट प्लेयर नियम?
इस नियम के अनुसार, हर टीम को अपनी प्लेइंग-11 के साथ चार-चार सब्सिट्यूट खिलाड़ियों के नाम भी बताने होंगे। कोई भी टीम 14 ओवर्स तक इन चार खिलाड़ियों में से किसी एक को इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर किसी खिलाड़ी से रिप्लेस कर सकती है। जो भी खिलाड़ी इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर टीम से बाहर जाएगा, वह फिर दोबारा मैदान में नहीं दिख सकेगा। बाकी बचे मैच में इम्पैक्ट प्लेयर ही दिखेगा और मैच खेलेगा। कोई भी टीम किसी भी खिलाड़ी को तय ओवरों के अंदर रिप्लेस कर सकती है। चाहे वह खिलाड़ी बैटिंग किया हो या नहीं किया हो, गेंदबाजी किया हो या नहीं किया हो, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। अगर किसी वजह से ओवरों में कटौती की जाती है और इसे 10 से कम कर दिया जाता है, तो इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल नहीं होगा।