Breaking News
कुंभ 2027 और चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुटी धामी सरकार
कुंभ 2027 और चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुटी धामी सरकार
चिकित्सा अधिकारियों के 276 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू
चिकित्सा अधिकारियों के 276 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू
मुख्यमंत्री धामी से जम्मू-कश्मीर के कैबिनेट मंत्री सतीश शर्मा ने की मुलाकात 
मुख्यमंत्री धामी से जम्मू-कश्मीर के कैबिनेट मंत्री सतीश शर्मा ने की मुलाकात 
जीवन शैली का हिस्सा बनाएं स्पोर्ट्स- रेखा आर्या
जीवन शैली का हिस्सा बनाएं स्पोर्ट्स- रेखा आर्या
मुख्यमंत्री के विकसित उत्तराखंड के संकल्प को साकार कर रही हैं ऑटोमेटेड पार्किंग
मुख्यमंत्री के विकसित उत्तराखंड के संकल्प को साकार कर रही हैं ऑटोमेटेड पार्किंग
चारधाम यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाए – मुख्यमंत्री धामी
चारधाम यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाए – मुख्यमंत्री धामी
आईपीएल 2025– केकेआर और पंजाब किंग्स के बीच मुकाबला आज
आईपीएल 2025– केकेआर और पंजाब किंग्स के बीच मुकाबला आज
दून अस्पताल में बनी अवैध मजार पर चला धामी सरकार का बुल्डोजर
दून अस्पताल में बनी अवैध मजार पर चला धामी सरकार का बुल्डोजर
मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने केदारनाथ यात्रा व्यवस्थाओं का लिया जायजा
मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने केदारनाथ यात्रा व्यवस्थाओं का लिया जायजा

मलेरिया के इलाज के बाद भी रहती है कमजोरी और थकान, तो इन योगासनों का करें अभ्यास, मिलेगा लाभ

मलेरिया के इलाज के बाद भी रहती है कमजोरी और थकान, तो इन योगासनों का करें अभ्यास, मिलेगा लाभ

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है जो संक्रमित मादा एनाफिलीज मच्छरों के काटने से फैलती है। आमतौर पर मलेरिया वातावरण में नमी या बरसात के मौसम में जमा पानी के कारण हो सकता है। मलेरिया के मच्छर के काटने के कुछ सामान्य लक्षण हैं, जैसे बुखार, सिरदर्द, उल्टी आना, ठंड लगना, थकान होना, चक्कर आना और पेट में दर्द होना।

मलेरिया के इलाज के लिए करीब दो सप्ताह दवाइयां चलती हैं। हालांकि मलेरिया के इलाज के बाद भी कमजोरी और थकान बनी रहती है। मलेरिया के बाद शरीर बहुत कमजोर हो जाता है। ऐसे में जब दवाइयों से राहत मिल जाए तो धीरे-धीरे शरीर को फिर से ऊर्जा देने के लिए योगासनों का अभ्यास करना बहुत फायदेमंद हो सकता है। इस लेख में कुछ ऐसे योगासन दिए गए हैं जो मलेरिया से ठीक हो रहे मरीजों के लिए बेहद लाभकारी हैं।

वज्रासन

इस आसन के अभ्यास से पाचन ठीक होता है। ये आसन शरीर को आराम देता है और दवाइयों से हुए अपच को दूर करता है। वज्रासन के अभ्यास के लिए घुटनों के बल बैठकर अपने पैरों को पीछे की ओर मोड़ें। पीठ को सीधा रखें और हाथों को घुटनों पर रखें।  गहरी सांस लेते हुए 5-10 मिनट तक इसी स्थिति में बैठें।

भुजंगासन

मलेरिया के मरीजों को थकावट होती है, जिसे दूर करने के लिए भुजंगासन का अभ्यास किया जा सकता है। इससे रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है और ऊर्जा मिलती है। भुजंगासन के अभ्यास के लिए पेट के बल लेटकर हथेलियों को कंधों के नीचे रखें। सांस लेते हुए छाती को ऊपर उठाएं और नजर सामने रहे। कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहने के बाद धीरे से नीचे आएं।

बालासन

बालासन शरीर को विश्राम देता है। तनाव कम करता है और मानसिक ऊर्जा लौटाता है। इसके अभ्यास के लिए घुटनों के बल बैठकर सिर को जमीन पर टिकाएं और हाथों को आगे की ओर फैलाएं।

(साभार)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top